वह पीछे रह जाता है...!
वह पीछे रह जाता है...!
मन का काला ही अक्सर क्यों सब लोगों को भाया है।
वह पीछे रह जाता जिसने सबका साथ निभाया है।।
जिसने लंबी बातें कर दीं,
चुप हो जाता है मौके पर।
जो दिखने में ढुलमुल रहता,
वही खोजता रहता अवसर।।
दर्द सभी का लेकर जिसने सबको खूब हँसाया है
वह पीछे रह जाता जिसने सबका साथ निभाया है।।
पैरो में जिसके छाले हैं,
चप्पल भी नहीं नसीब उसे।
आशाओं को जो बुनते हैं,
मंजिल क्यों रूठी है उनसे।।
सीख समय ने वक्त-वक्त पर मुझको खूब सिखाया है
वह पीछे रह जाता जिसने सबका साथ निभाया है।।
अन्यायों से नहीं डरा जो,
वह हालातों को धोया है।
ललकारा है अवरोधों को,
प्रति पल अपना कुछ खोया है
नीति-नियम की भाषा रख आफत को गले लगाया है।
वह पीछे रह जाता जिसने सबका साथ निभाया है।।