तुम जब
तुम जब
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बसंत तुम
जब आते हो
जीवन में ,
उमंग भर जाते हो।
हवाएँ चलती हैं
सुगंध ले कर
जीवन में ,
खुशबू भर जाते हो।
बसंत तुम
जब आते हो।
एहसास जागते हैं।
हर तरफ ,
फूल खिलते हैं
कहीं पीले -कहीं नारंगी
जीवन रंग बरसते हैं।
बसंत तुम ,
जब आते हो।
जीवन में ,
उमंग भर जाते हो।
नदिया इठला कर चलती है
दिलों में मस्ती आ जाती है।
आसमां में,
चहकते हैं पक्षी
जिंदगी
कोयल से गीत गाती है।
बसंत तुम ,
जब आते हो।
जीवन में ,
उमंग भर जाते हो।
नई आस- नई प्यास
नए विचार -नए आधार
बन कर छाते हो।
बसंत तुम ,
जब आते हो।
जीवन में,
तरंग भर जाते हो।।
