STORYMIRROR

Anshu Awasthi

Others

3  

Anshu Awasthi

Others

सुकून

सुकून

1 min
189

मैंने एक शाम ठहर कर

खुद से पूछा कि ये ज़िंदगी

सुकून क्या है

उसने आहिस्ते से

एक आराम कुर्सी पर

बिठाकर कहा

थोड़ी थोड़ी रोशनी

चाय की प्याली

और ..

और हाथों में मियाज़ी किताब।


Rate this content
Log in