Chitra Yadav
Others
वो सारा दिन
कड़ी मेहनत और मशक्कत से
नफरतों की चादर बुनते हैं,
फिर थक हार कर
वही चादर ओढ़ कर सो जाते हैं
रात - भर,
सुनहरे ख्वाब बुनने के लिए,
सुबह होने तक।
अफसोस
दोस्त
हमारी ख्वाहिश...
इश्क
रिश्ते
इंतजार
खामोश मोहब्बत
अपने
सौरभ
कविता