तेरी ख़ूशबू से महका हुआ है मेरा जहाँ यादों की महफ़िलों में तुम बसे हो यहाँ। तेरी ख़ूशबू से महका हुआ है मेरा जहाँ यादों की महफ़िलों में तुम बसे हो यहाँ।
उसपर दुनिया की परवाह किये सिर्फ चलना नहीं दौड़कर उड़ान भरना सिखाया , वो गुरू है हमारा। उसपर दुनिया की परवाह किये सिर्फ चलना नहीं दौड़कर उड़ान भरना सिखाया , वो गुरू ...
घर-घर में बाटेंगे , मुफ्त में अनाज, सत्ता सुंदरी को------------- घर-घर में बाटेंगे , मुफ्त में अनाज, सत्ता सुंदरी को-------------