Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

06 AANVI KUMARI 6C

Others

5.0  

06 AANVI KUMARI 6C

Others

सम्भव ही नहीं

सम्भव ही नहीं

2 mins
228


मैं फूल नहीं जो स्वाभिमान खोकर चरणों में गिर जाऊँ ।

अनुचित की मान प्रतिष्ठा में, अपने वचनों से फिर जाऊँ ।


नैतिकता के पावन घट का, चौराहे पर अपमान करूँ ।

सम्भव ही नहीं हठी, निष्ठुर, दुर्जन का मैं गुणगान करूँ ।


गुणगान करें जिनको खुद की, सुचिता का कुछ भी भान नहीं ।

गुणगान करें जो स्वाभिमान का, कर सकते सम्मान नहीं ।


गुणगान करें जो चाटुकारिता में सब कुछ कर सकते हैं ।

गुणगान करें जो स्वार्थ हेतु, दो कौड़ी में मर सकते हैं ।


गुणगान करें जो स्वान सरीखे चरण चाटते फिरते हैं ।

यों तो खुद का भी ज्ञान नहीं, पर ज्ञान बाँटते फिरते हैं ।


मैं स्वाभिमान हूँ सुचिता का, नैतिकता का अनुपालक हूँ ।

मैं क्रांति शिखा का द्योतक हूँ, मैं परिवर्तन का चालक हूँ ।


मैं धर्म ध्वजा की रक्षा में, निज प्राण गँवा भी सकता हूँ ।

मैं सत्य न्याय रक्षार्थ गरल, हँसते-हँसते पी सकता हूँ ।


करुणा की सत्ता नहीं जहाँ, उन हृदयों का सम्मान करूँ ?

सम्भव है क्या दो कौड़ी के चिंतन का मैं गुणगान करूँ..?


जिनमें 'मैं' को समझाने का, थोड़ा सा भी सामर्थ्य नहीं ।

सच को भी सच कह जाने का, थोड़ा सा भी सामर्थ्य नहीं ।


जो विद्वानों की सभा बीच, अज्ञानी सा व्यवहार करे ।

जो सज्जन के मृदु वचनों पर, कर्कश तीरों का वार करे ।


जो मद में ऐसा चूर, ज्ञान के आगे झुकना भूल गया ।

जो हठ की खातिर पर्वत के सम्मुख भी रुकना भूल गया ।


सच पूछो तो ऐसा मानव अज्ञानी है, अभिमानी है ।

वह स्वार्थ भरे घट का गंदे कीचड़ के जैसा पानी है ।


वह भूल गया हाथी मद में यदि बर्बरता कर सकता है ।

तो चींटी की हिम्मत से वह गिर सकता है मर सकता है ।


दुर्योधन का मद एक दिवस झुक जाता है, यह निश्चित है ।

तो चाटुकार शकुनी भी ठोकर खाता है, यह निश्चित है ।।l


Rate this content
Log in