शिक्षा का कारोबार
शिक्षा का कारोबार
बच्चों की पड़ाई तुल रही
कभी शिक्षा पूजनीय थी
आज कारोबार बन गयी
जितना पैसा तराज़ू में
उतना ऊँचा बच्चों का भविष्य
कभी इज़्ज़त थी नाम था
शिक्षा की अपनी एक पहचान थी
आज सिर्फ़ कारोबार है
शिक्षा शिक्षक
सब बस एक
कारोबार भर हैं
सोच से खिलवाड़
भविष्य से खिलवाड़
अच्छा शिक्षक
अच्छा शिष्य देगा
आजकल अच्छा शिष्य
अमेरिका जा बसा है
और सोनिया जो ना जा पाया
वो ही नया शिक्षक बनेगा
आप ही बतायें
तो फिर कैसे अच्छा
बीज मिलेगा
कैसे अच्छा पौधा पनपेगा
कैसे सुनहरी फूल खिलेगा
कैसे सुनहरे भारत का
स्वप्न साकार होगा
इस कारोबार से बस कारोबार ही होगा
बाक़ी तो बस सर्वनाश होगा
बाक़ी तो बस सर्वनाश होगा।
