मेरी परछाई...। मेरी परछाई...।
जिदंगी दो पलो का अफसाना है, आज जिंदगी कल मर जाना है! जिदंगी दो पलो का अफसाना है, आज जिंदगी कल मर जाना है!
तुझसे ही वजूद मेरा, हाँ तुझसे ही ज़िन्दगी,कुछ अच्छा तो शायद ज़रूर किया तुझसे ही वजूद मेरा, हाँ तुझसे ही ज़िन्दगी,कुछ अच्छा तो शायद ज़रूर किया
पता है वो कोई और नहीं, खुद "मैं" था...! पता है वो कोई और नहीं, खुद "मैं" था...!