सच्चा प्यार...
सच्चा प्यार...
क्या यह जरूरी है
हर रिश्ते को कोई नाम देना?
कुछ रिश्ते अनमोल होते हैं,
जिनका कोई नाम नहीं होता।
इसलिए कि वो सीधे
दिल से जुड़े होते हैं,
दिल में रखे हुए इंसान को
आप कभी भीअ पने आप से
अलग नहीं कर सकते हैं,
वे आपको हर वक्त
आपके करीब होने का
आपका एक हिस्सा होने का
एहसास दिलाएंगे,
क्यूकि वो तो दिल में रहते हैं।
आखिर हर रिश्ते में एक सीमा होती है,
जिस रिश्ते में दो परिवार और
दो लोग साथ आते हैं
उसके को हम विवाह कहते हैं।
जिसमे सबसे महत्वपूर्ण रस्म होती है कन्यादान और फेरों की ,
उसके बगैर एक अधूरा पन है,
पर जरूरी तो नहीं हर रिश्ता जोड़ा जाए,
कुछ रिश्तों में बिना कुछ बोले बहुत कुछ होता है,
जो बहुत कम रिश्तों में देखने को मिलता है,
उसी को तो सच्चा प्यार कहते हैं।
जब आपका प्यार सच्चा है,
तो आपको किसी की चिंता करने की जरूरत नहीं है।
सही समय आने पर क्या पता वह खुद आपके पास आ जाए ?
बिना किसी फेरों के या रस्मों के
वह इंसान आपका है सिर्फ आपका,
जरूरी नहीं किसी को पाने के लिए उसे अपना बनाया जाए ,
कहते हैं प्यार में बहुत ताकत होती है,
सच्चा प्यार अगर हो तो अंत तक धड़केगा।