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|| सौदा ||

|| सौदा ||

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तुमने सौदा किया

ममत्व के अतिरेक में झुलसा कर

माँ से ममता का

सहस्त्ररंगी पंखुरियों से

अपना बगीचा सजाने का

सौदा किया माली से

अपने विद्रूप कोलाहल को

पंछियों के कण्ठ में रख कर

कलरव में बदलने का सौदा किया

ज्वालामुखी में बदल कर

शान्त कलादेश को

लावे की मिटटी से उपजाऊ बनाई

अपनी धरती

तुमने नींदों से

सपनों का सौदा किया

सूर्य से दिन मांगे और चन्द्रमा से रात

खूंटियों पे टाँग हमारी उम्मीदें

सौदा किया हमारे भविष्य का

आहत भावनाओंं

अतृप्त कामनाओं और

शुष्क रुलाइयों का भी सौदा किया

तुमने समुद्रों से रत्नों का

पानियों से हरियालियों का भी सौदा किया

मृदुल आकांक्षाओं का सौदा

कठोरताओं से करते करते

आखिर तुम बन ही गए

मोम के सौदागर

@c आरती तिवारी


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