बिना down होले unlock भईले हमार बबुआ बबुआ समझदार। बिना down होले unlock भईले हमार बबुआ बबुआ समझदार।
वो ताज़ी ताज़ी सुबह की खुशबू, वो हल्की सी पुरवाई। वो ताज़ी ताज़ी सुबह की खुशबू, वो हल्की सी पुरवाई।
मधुर ध्वनि में लोटती हुई ये नाज़ुक कविता संजो के रखती अपार भाव! मधुर ध्वनि में लोटती हुई ये नाज़ुक कविता संजो के रखती अपार भाव!