पर्यावरण संरक्षण
पर्यावरण संरक्षण
आओ हम सब वृक्ष लगाएं
वसुंधरा पर हरियाली लाएं
द्रुम प्राणवायु हैं हमको देते
बदले में कुछ भी नहीं लेते
पंछी भी इन पर नीड़ बनाते
इन पर जीवन आसरा पाते
बच्चे जब उनके चींचीं करते
पंथी मानव मन को हरते
देते सबको फल और छाया
धूप में तपती कोमल काया
इन्हें हमेशा सिंचित करना
सूखेंगे जल स्रोत भी वरना
कभी प्रहार न इन पर करना
वरना नहीं बहेंगे नदी, झरना
तरु की छाया बड़ी सुहानी
तुम मत पहुंचाना इन्हें हानि
हर तरफ होगी हरियाली
जीवन में आयेगी खुशहाली
प्रकृति का है यह वरदान
वृक्ष धरा की होते शान
कभी न कानन को दहकाना
सुमनो का उपवन महकाना
संतान सम सब इनको पालो
बदले में मीठे फल खालो।