लिखी थीं, नसीब में कुछ दूरियां अपने; वर्ना तू पहला और आखिरी करार था || लिखी थीं, नसीब में कुछ दूरियां अपने; वर्ना तू पहला और आखिरी करार था ||
मोहब्बत होने के बाद का एहसास ही बिल्कुल अलग होता है। लगभग हर इंसान को जीवन में एक बार अवश्य किसी न क... मोहब्बत होने के बाद का एहसास ही बिल्कुल अलग होता है। लगभग हर इंसान को जीवन में ए...
ज़िन्दगी भर का हमसफर बना दो पहली नहीं तो आखिरी मोहब्बत बना दो। ज़िन्दगी भर का हमसफर बना दो पहली नहीं तो आखिरी मोहब्बत बना दो।
I am deleting my poems ऐसे कैसे तुम्हेंं गवायेंगे। I am deleting my poems ऐसे कैसे तुम्हेंं गवायेंगे।