परिवार
परिवार
संसार में सबसे अहम किरदार,
होता है परिवार
परिवार बिन जीवन अधूरा लगता है,
प्यार,मान - सम्मान और ज्ञान इस परिवार से ही मिलता है
संकट के बादल जब मँडराएँ ,
एकता रख उस विपत्ति को हटाएँ
सभी के समन्वय से दुःख हो जाते हैं दूर,
सुख में सहभागी होकर चेहरे पर नूर
बीती बातें भूलकर दिल में थोड़ा - सा रख लो करार,
जितना बाँट सके तू बाँट अपने परिवार में प्यार
जिस तरह हाथों में पाँच उँगलियाँ होती हैं,
उसी तरह परिवार में हर किसी की राय अलग हो जाती है
उँगलियाँ बंद हो तो बनती है एकता,
इसलिए कहते है परिवार में होती है विविधता में भी एकता
कुछ अपनों की आस की, कुछ बातें संस्कार की,
आओ सूत्र पिरोएँ, कुछ अपनों के प्यार की ।