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Rampratap Bishnoi 29

Others

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Rampratap Bishnoi 29

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पलकों के आंसू

पलकों के आंसू

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आंसुओं को पोंछने वाले

पलकों पर ही बिठाते हैं

अपने हो या पराए साथ

में दुवाओं में बसाते हैं ।


मुमकिन नहीं सभी साथ

दुख में सबके चलते हैं

जिसने किसी के वास्ते

वो हाथ आगे बढ़ाते हैं ।


आंसुओं की अनुभूति के

साथ जो कुछ निभाते हैं

करुणा से सरोबार होते

पराए भी अपने होते हैं ।


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