पीठ मैं खंजर🗡️
पीठ मैं खंजर🗡️
दगा देने वाले तो मेरे अपने थे गलत होगा दूसरों को दोष देना
गलती थी मेरी विश्वास रखकर सबको अपना समझ लेना
जिन्होंने झूठमूठ का महान कहकर था मुझको सर पर चढ़ा लिया
उन्होंने ही मुझे आज में निर्बल हूँ ये कह दिया
पीठ में खंजर घोंपकर जो घातक हैं वो चले जायेंगे
पर मुझपर सच्चा प्यार करने वाले हरदम मेरे साथ रहेंगे
मेरे साथ रहकर मेरी मदद से जो आज तरक्की कर लिए
वही लोग मेरे खिलाफ आज षड्यंत्र रचा दिए
भले ही दो कदम पीछे आया मैं बड़ी छलांग फिर से लूंगा
सक्षम होकर फिर से मैं तुमको नेस्तनाबूद कर दूंगा
लगा होगा कइयों को मैं आसानी से हार मान जाऊंगा
आखरी साँस तक पुरी ताकत के साथ मैं लड़ते रहूंगा
जो सबसे ताकतवर होता हैं उसपर झुंड में वार हैं करते
याद रखना शेर अकेले ही काफ़ी होते हैं वो किसी से नहीं डरते
फितरत हैं कायरों की ताकतवर पर झुंड में वार करना
याद रखना शेर ने सीखा ही नहीं किसी से डरना।