जग की मोह माया में पड़कर ही , अब तक भटक रहा इंसान! अब तक भटक रहा इंसान!!! जग की मोह माया में पड़कर ही , अब तक भटक रहा इंसान! अब तक भटक रहा इंसान!!!
इनकी लगन को, इनके आगे शीश झुके आओ मिलकर……….. इनकी लगन को, इनके आगे शीश झुके आओ मिलकर………..