मोबाइल जेनरेशन
मोबाइल जेनरेशन
एक छोटे से खिलौने ने
देखो क्या ग़जब कर डाला
दूरियाँ सारे जहान की
पल भर में तय कर डाला।
लगता था जो कभी स्वप्न
सच उसको कर डाला
सात समंदर पार लोगों को भी
इसने साक्षात दिखा डाला
एक छोटे से खिलौने ने
देखो क्या ग़जब कर डाला।
पर एक बात है सोचने वाली
दूरियाँ मीलों की इसने
बेशक है कम कर डाली
पर दूरियाँ दिलों की
इसने बढ़ा डाली।
छोटे-से इस खिलौने ने
हमको अपना ऐसा आदी बनाया
बगल बैठा अपना भी
मीलों दूर है नजर आया
हाथों में आते ही हमारे
मन मस्तिष्क को तो
कर देता है ये गतिशील
पर शेष शरीर को बना
देता है गतिहीन
क्या कभी हमने सोचा है
छोटा-सा खिलौना यह
जब हाथों में हमारे होता है
दिल हमारा अपनों के
नज़दीक कितना होता है ?
आज हमें यह सोचना होगा
सीमित उपयोग इन खिलौनों
का करना होगा
तभी मानवीय संवेदनाएं
जीवित बच पाएंगी
नहीं तो दूरियाँ दिलों की
बढ़ती ही जाएंगी।
