मंगल पर नई दुनिया बसाएंगे
मंगल पर नई दुनिया बसाएंगे
मंगलयान की सफलता ने हमको यह सोचने पर मजबूर करा।
हमने भी कुछ सपने देखे, उसका वर्णन कविता द्वारा।
मंगल के हमने बहुत चर्चे सुन लिए।
जान लिया है, वहां बसने वाली है नई दुनिया।
जिन लोगों को जाना है नई दुनिया में।
वे सैर कर आए मंगल की एक बार और बसा ले अपनी नई दुनिया मंगल पर पहली बार।
मंगल के पहले वासी होने का सम्मान वे पा जाएंगे ।
जो धरती ने ना दिया वह मंगल उनको दे जाएगा
आज के इस युग में संदेश भेजना कोई मुश्किल नहीं।
पहले चांद हो या मंगल वहां बस ना कोई मुश्किल नहीं ।
तो ए मेरे दोस्तों जिनको बसानी है नई दुनिया।
तो क्यों ना चांद और मंगल को ही अपना घर बना ले।
हो सकता है एक बार धरती से ज्यादा वहां अच्छा लग जाए।
या फिर दूर के ढोल सुहावने लग जाए।
पास आने पर हकीकत पता लग जाए।
और लगने लगे नाघर के रहे ना घाट के।
इससे तो हमारा देश हमारा घर ही अच्छा था। हमारी धरती ही अच्छी थी।
क्यों हमने यहां नयी दुनिया बसा ली।
और वापस आने का कोई रास्ता नजर ना आए।