"म्हारा सांवरिया पधारो"
"म्हारा सांवरिया पधारो"
म्हारा सांवरिया पधारो न हिवड़ा रा देश मे
कब सूं बाटलियाँ जौंउ म हिवड़ा रा देश में
थारी याद घणी-घनी आव,मने परदेश में
थारा बिना कौन म्हारो सगो दुनिया रा रेत में
म्हारा साँवरिया पधारो न हिवड़ा रा देश मे
थू ही म्हारो सांचो संगी साथी हर वेश मे
या दुनिया थारा पाछे,म दीवानी थारा प्रेम में
म्हारा साँवरिया पधारो न,कान्हा रा वेश में
जसा न थू लाज राखी द्रोपदी री,सांवरिया
वसा न लाज राख म्हारी,थारी माया रा खेत मे
म सुधबुध खो बैठी,थारा इंतजार रा जेठ में
म्हारा सांवरिया पधारो न हिवड़ा रा देश मे
जब-जब बाजे फाटकली,दौड़ी आऊं गेट पे,
अब हरपल थू ही देखे,म न हर घड़ी वेश में
अब आजा साँवरिया,सांसा पूरी होबा आई
आंसू सुखन आया,ख़दी आवलो थू भेंट पे
म्हारा सांवरिया पधारो न हिवड़ा रा देश में
कब सूं बाटलियाँ जौंउ,म हिवड़ा रा देश मे
थारा बिना अधूरी म्हारी आत्मा,हर वेश में
म्हारा साँवरिया पधारो न हिवड़ा रा देश मे.