Amrita Rai
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ऐसी भी क्या मजबूरी है
ऐ मेरे साई
क्या तुझे दिखती नहीं मेरी बेकसूरी है
कब तेरे इंसाफ का पहिया घूमेगा
कब देगा न्याय हमें
अब तेरा मेरे साथ खड़ा होना हो गया जरूरी है
अब ना कर तू देरी कहीं सांसे उखड़ ना जाए मेरी।।
पल दो पल का य...
हमारे नैन
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