मेरा दोस्त
मेरा दोस्त
याद आती है तुम्हारी हर रात
जब भी कोई करता है तुम्हारी बात
आँखों में नमी सी भर जाती है यार
जब भी आ जाती है तुम्हारी प्यारी सी याद
साथ ही हँसते थे साथ ही खेलते थे
साथ ही करते थे मस्तियां हजार
पर मैडम की पड़ती थी कड़वी सी डाट
साथ में ही मिलती थी सजाए अपार
पर उन सजा में भी जो मजा ढूंढ ले
वही है मेरा सच्चा वाला यार
हर दिन सताती है तुम्हारी प्यारी सी याद
हर दिन कहते थे पढ़ेंगे दिन रात
पर रात होते होते ही याद आती है मस्तियां हजार
फिर कहते थे करते है दूसरे दिन पढ़ लेंगे यार
थोड़ी सी बदमाशियाँ कर लेते है आज
वो दूसरा दिन कभी आया ही नहीं मेरे यार
हर दिन सताती है तुम्हारी प्यारी सी याद
क्लास में बाते करना, दूसरों को तंग करना
पेपर के पहले वाले दिन किसी को पढ़ने न देना
ऐसी आदतें थी थी हममें अपार पर
विदाई के अगले दिन टीचर को भी रूला
दे ऐसा था हमारा स्वभाव
आज सब कुछ है मेरे पास
बस कमी है तेरी मेरे यार
भगवान वापिस लोटा दे बचपन
लोटा दे मेरा बचपन वाला यार