मैं शिव हूँ
मैं शिव हूँ
ना भीतर हूँ
मैं ना तुम्हारे बाहर हूँ
मैं कहीं नहीं हूँ
मैं ही सब जगह हूँ
मैं अजन्मा हूँ
मैं अमर हूँ
मैं आदि हूँ अनादि हूँ
मैं अन्त हूँ अनन्त हूँ
मैं शून्य हूँ
मैं शून्य में हूँ
मैं तांडव हूँ
मैं नृत्य हूँ
मैं काल हूँ महाकाल हूँ
मैं ही रावण का वरदान हूँ
मै ही राम की जीत हूँ
मैं भोला हूँ
मैं अघोरी हूँ
मैं ब्रह्मा विष्णु में हूँ
मैं ब्रह्मा विष्णु का अंश भी हूँ
मैं सत्य हूँ
मैं शक्ति हूँ
मैं शक्ति में सम्मिलित भी हूँ
मैं शमशान में हूँ
मैं कैलाश में हूँ
मैं सृजन हूँ
मैं विनाश हूँ
मैं ओमकार मैं निराकार मैं साकार
मैं शिव हूँ ।
मैं शिव हूँ ।
मैं ओमकार मैं निराकार मैं साकार
मैं में मैं हूँ भी और नहीं भी हूँ
जैसा तुम मानो मैं वैसा हूँ
जिसे तुम ना जानो मैं वैसा हूँ
मैं शिव हूँ ।
मैं जितना शिवालयों में हूँ
मैं उतना ही हर सजीव और निर्जीव में हूँ
मैं ही श्वास के अमृत में हूँ
मैं ही जीवन के विषपान में हूँ
मैं शिव हूँ ।
