STORYMIRROR

Abhishek Singh

Others

2  

Abhishek Singh

Others

मैं शबाब हूँ!

मैं शबाब हूँ!

1 min
402

मैं शबाब हूँ,मैं शबाब हूँ।

मैं जीवन हूँ,मैं अंत हूँ।

मैं प्रेम हूँ,मैं अनन्त हूँ।

मैं शबाब हूँ,मैं शबाब हूँ।

मैं सुख हूँ,मैं दर्द हूँ।

मैं आत्मा,अनन्त हूँ।

मैं शबाब हूँ,मैं शबाब हूँ।

तुम प्रेम करो,तुम प्रीत करो।

तुम आत्मा को अनुरित करो।

तुम शबाब हो,तुम शबाब हो।


Rate this content
Log in