मैं भारतीय हूँ
मैं भारतीय हूँ
भारतीय होने का गर्व ..
इसका अहसास हुआ पहुँची दूसरे देश जब ।
भारत हो या विदेश ,देसी रहा हमेशा परिवेश
सलवार कमीज या खादी रही हमेशा वेश।
आस्ट्रीया में जब फौरनर लेडी ने कहा
वांट टू विजिट इंडिया
मैने पूछा , वाहई?
जवाब आया वाँट टू विजिट इंडिया ,
इंडियन वुमैन हैव रियल ब्यूटी ।
वाँट टू विजिट एसपैसश्यली
मुंबई ।
इटस मिनी इंडिया ,
पीपल फरोम आल सटेटस स्टे देयर ।
मैं मुंबई में रहती थी फूली न समाई
झट पूछ बैठी -हू टोल्ड यू।
उसका जवाब था बड़े कमाल का
आई रैड बुक्स ओन इंडिया एंड इंडियन कल्चर।
तब मैने उसे बताया ,आई केम फरौम मुंबई..
फिर तो वह फिदा हो गई ।
मेरे दो दिन के आवास में तीन बार मिली ,
हर बार हमारे देश की बाते की ।
हैरान थी मैं ,वो फौरनर होकर कितना जानती है
कितना इच्छुक हो सब सुनना चाहती है ।
जब मैने उसे बताया ,वी आर गौंइंग बैक टुमारो
वह बोली - नाइस मीटिंग सिस्टर ,
सी यू इन मुम्बई।
मैने कहा -मोस्ट वैल्कम ।
उसने हाथ मिलाया और कहा- यू आर सिम्पल एंड स्वीट
अंड स्पीकिंग इंग्लिश टूह।
मैं गर्वित थी
मैने बिंदियों का पैक्ट निकाल उसे दिया
उसने खुशी से लिया
और कहा...
आई नो, मैरिड लेडिज यूज इट ओन फोरहैड।
मैं फूली न समाई
उसका नमस्ते कहना तो मानो चार चाँद लगा गया ।
जिस गर्व से मैं उसे सुन व सुना रही थी
वो सब मेरे लिए अविस्मरणीय पल थे ।
मैं गर्वित थी
मैं भारतीय हूँ ।
बहुत से देशों में घूमा
यही समझ आया
पीपल लव इंडिया
एंड क्रेव टू विजिट इंडिया।
