माता का दरबार
माता का दरबार
1 min
193
माता का दरबार सजा जई के पौध से,
माता का रूप सजा रोशनी की ज्योत से।
माता हमारे गृह मे सुख -समृद्धि लावे,
अपनी अनूठी प्यार और मनुहार से।
माता का आज कलश-स्थापन हुआ,
माता रानी के चरणों के दीदार से।
माता द्वार आये इत्र की खुशबू लावे,
हमारे घर में खुशियों की बहार आवे।
