मां का प्यार
मां का प्यार
मां शब्द है ऐसा जिससे होती है जीवन की शुरुआत,
मां नाम है ऐसा जो हर दुख दूर कर दे।
मां ख्याल ना करती अपना
परिवार का ख्याल करती है,
अपने परिवार से करती इतना प्यार
जितना तारे भी चांद से ना करते हैं।
झूठ बोलने पर भी पहचान लेती
डांटना तो दूर मुंह से उफ तक ना करती।
दुनिया में ऐसी कोई जगह नहीं
जहां बच्चा सुरक्षित रहे,
मां की गोद ऐसी दुनिया जहां
बच्चा बेफिक्र हो कर सुरक्षित रहे।
गलती करने पर भी नहीं डांटती
शरारत करने पर भी नहीं डांटती
ऐसी होती है मां।
हम छोटी सी बात पर नाराज हो जाते
वह मां जिसे कितन बड़ा भी दुख हो
वह हमेशा अपने चेहरे पर मुस्कान रखती।
जिनके पास मां नहीं होती वह प्यार के लिए तरस जाते,
जिनके पास मां है उनको मां की कद्र करनी नहीं आती।
भगवान ने मां को इसलिए ही तो बनाया है,
भगवान तो हर जगह है लेकिन अपने ही रूप में मां को भेजा है
इसलिए तो कहा है मां का दर्जा और कर्जा कोई नहीं ले सकता।