लॉकडाउन
लॉकडाउन
बात है 22 मार्च की,
लॉक डाउन का पहला चरण।
बोला था लॉकडाउन लगेगा 1 दिन का,
रातों-रात बढ़ा दिया 14 दिन का।
जो कर रहे थे काम वह करते रह गए,
जो खड़े थे बीच रास्ते में वह वहीं थमे रह गए।
बात थी मम्मी की मेरी
जो करती काम चंडीगढ़ में थी।
जाने को तो जा सकते थे
पर मोहाली वाले चंडीगढ़ में ना आ सकते थे ना जा सकते थे।
मुसीबत बस यही थी
लॉकडाउन के चलते मेरी मां इस दुविधा में अड़ी थी।
पापा का काम भी बंद हो गया
मम्मी का काम भी बंद हो गया
दोनों का काम एकदम से ठप हो गया।
दुकान गए राशन के दाम भी बढ़ गए थे।
लॉकडाउन के चलते सब अचानक से बदल गए थे।
बात अब 14 तारीख की आई
सबने टीवी झट से चलाई।
पर क्या पता था मोदी जी क्या बोल देंगे।
3 मई जब बोल दिया।
सब के अरमानों को एकदम से तोड़ दिया।
मम्मी बहुत परेशान हुई
आंखों में आँसू आए एकदम से रोए।
कुछ लोग बाहर रेलवे सड़कों पर सोए
पुलिस ने मारा डंडा वह भी रोए।
जो लोग जा रहे गांव थे वह रुक गए बीच रास्ते पर थे
लॉकडाउन के चलते ट्रेन भी बंद थी बीच रास्ते पर
खड़े लोगों की सांसें थमी थी।
गरीब लोगों को लॉकडाउन में अन्न भी ना मिला
कोरोना में उनसे उनका काम जो छीना।
मास्क लगाना सबके लिए
एक टास्क बन गया।
सबने सहारा छोड़ा था
पर भगवान थे जिसने हाथ ना छोड़ा था।
प्रार्थना अब तो बस भगवान से थी
कोरोना को दूर भगा दो
मार मार के जड़ से भगा दो।
स्कूल का काम भी आ रहा था
स्कूल की याद भी आ रही थी
कोरोना का कहर बढ़ रहा था।
चीन ने कोरोना इतना क्यों फैलाया
देश को इतना नुकसान क्यों पहुंचाया।
मम्मी घर में सोच रही
अगर आज काम कर रही होती
तो यह टेंशन पैदा ना होती।
बात करें अगर एक्ट्रेस की
मदद तो उन्होंने भी की
मोदी जी को पैसा दिया 2 करोड़ 2 लाख
तो गरीब क्यों सड़क पर चल रहे
चलते-चलते क्यों भूखे मर रहे।
बात आई 18 मई की
बोली लगाई 31 मई की
गरीबों का तो सोचा ही नहीं था
अब तो उनके लिए कोई कोना ही नहीं था।
न्यूज़ देख रहे थे
देख देख कर बस पक ही रहे थे
सामान लेने में भी बहुत बदलाव आया।
क्यों महंगाई ने लॉकडाउन में बहुत खाया।
31 मई के बाद
30 जून तक लग गया लॉकडाउन
पर यह था अनलॉकडाउन।
शुक्र मनाओ रब का
सुरक्षित है परिवार सब का
कुछ लोग कोरोना वायरस पॉजिटिव है
कुछ लोग कोरोना वायरस नेगेटिव हैं
2020 में अगर कोरोना वायरस से डर जाओगे।
आगे आने वाली बीमारियों से कैसे लड़ पाओगे।
भगवान से प्रार्थना है और कोई बीमारी ना लाना
अगर आए तो उसे जड़ से भगाना।
आज 3 महीने बीत गए हैं
कोरोना के चर्चे क्यों जीत रहे हैं
हाथ धोते रहो दिल को मजबूत बनाते रहो,
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है इस कोरोना से हमें नहीं डरना है,
मुंह पर मास्क लगा के रखो कोरोना से दिल को निडर बना के रखो,
हाथों को सैनिटाइजर करते रहो कोरोना से लड़ने की शक्ति पल पल बढ़ाते रहो ।