कटु पर सत्य...
कटु पर सत्य...
हर किसी ना किसी के घर में
परिवार का कोई इंसान गुजर जाता है,
इसकी वजह कई हो सकती है,
बुजुर्ग लोगो का देहांत उम्र होने की वजह या,
बिमारी की वजह से होता है।
बच्चों में बीमारी की वजह होती है,
जब उन्हे पूरे तरीके से भोजन नहीं मिल पाता
अकसर ऐसा गरीब बच्चों में पाया जाता है,
आजकल का वक्त ए॓सा है
जहां कभी भी कहीं पर भी
कैसे भी किसी को भी
कुछ भी हो सकता है,
उसके लिए कोई अमीर या गरीब है
इसका कोई लेना देना नहीं है,
बस अगर आप किसी भी वजह से बिमार पड़ गये ,
ज्यादा समय हो गया है,
दवाइयों का चाहिए उतना असर नहीं हो रहा,
तो बस आपकी मौत निश्चित है,
इसे कोई टाल नहीं सकता।
यह एक कड़वा सच है पर हकीकत है
अगर आप की मौत को एक साल बीत गया है,
परिवार वाले मौत के दिन शोक बनाते हैं
आपकी याद में,
चंद पकवान बनाए और परोसे जाते हैं,
इस उम्मीद से की आप उसे खाओगे,
यही वास्तविक है दुनिया का रिवाज
जिसका बुलावा आया
उसे जाने से कोई ना रोक पाया ।
