खूबसूरती क्या है
खूबसूरती क्या है


खूबसूरती क्या है
मिटी का ढ़ेर एक दिन मिट्टी बन जाना है
खूबसूरती के लिखे हम
अपने लोगों से झगड़ते है अपनों का ख़ून भी कर देते है
किसी और को ज्यादा खूबसूरत
देख एसिड भी फेंक देते है
पर भूल जाते है खूबसूरती
दो पल की मेहमान होती है
आज है कल नहीं
>खूबसूरती चेहरे में नहीं दिल में होती है
इंसान के आँखो में होती है
खूबसूरती सीरत में होती है
खूबसूरती चेहरे में नहीं दिल में होती है
फिर भी हम चेहरे में खूबसूरती ढूंढ़ते रहते है चेहरा तो है मिट्टी का ढ़ेर है आज है कल नहीं
चेहरा मिट्टी बन जाएगा रह जाएगी तो
अच्छी सीरत अच्छा दिल फिर भी
हम पूछेंगे खूबसूरती क्या है.