Dheeraj Kasturi
Others
ख़त तुम्हें रोज़ लिखा करता हूँ
चाहत को हर लफ्ज़ में बयां करता हूँ
उम्मीद की गुलशन के खिलने की आस लेकर
मोहब्बत की दिल से पत्र पहुंचा करता हूँ
जुगनू
हम तो छायावाद...
इंसानियत गुमन...
पश्चाताप
ज़िन्दगी की सफ...
अर्ज़ किया है
ख़त तुम्हें रो...
अर्ज़ करता हूँ...