ख़त तुम्हें रोज़ लिखा करता हूँ
ख़त तुम्हें रोज़ लिखा करता हूँ
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ख़त तुम्हें रोज़ लिखा करता हूँ
चाहत को हर लफ्ज़ में बयां करता हूँ
उम्मीद की गुलशन के खिलने की आस लेकर
मोहब्बत की दिल से पत्र पहुंचा करता हूँ