कहानी
कहानी
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एक ऐसी कहानी हूँ मैं,
जिसे पढ़ना सबने चाहा।
मगर अफसोस बस इतना सा है,
पढ़ कर भी सही मायने में
किसी ने समझना ना चाहा।।
आज तक समझ नहीं आया,
मेरी कहानी कहीं कोई पहेली तो न थी
जिसे कभी कोई सुलझा न पाया।।