Vinay Panda
Others
खाली बटुआ,
परेशान मन
मायूस चेहरा,
मुर्झाया सा तन,
जबसे मिली ,
मुझे शांत चित्त की नारी,
बटुआ मेरा कभी भरा नहीं
जब देखो तो पर्स खाली मिली..!
हिंदुस्तान की...
क़लम तू लिखती ...
झुकना मत कभी
बेरोज़गारी में...
भारत माँ के व...
राखी
प्रेम का अनुब...
मेहरारू मतलब ...
जल है तो जीवन...
मन