किसी को गौरीनाथ का नसा। किसी को औघड़नाथ का नसा। किसी को गौरीनाथ का नसा। किसी को औघड़नाथ का नसा।
हद से गुज़र केदेखो कभीमोहब्बत कर के देखो कभी हद से गुज़र केदेखो कभीमोहब्बत कर के देखो कभी
बिना बोले बहुत कुछ कह जाते हो,जब कभी धीरे से मुस्कुराते हो,पहले कुछ सुनाते हो, खुद खामोश होकर सबको ह... बिना बोले बहुत कुछ कह जाते हो,जब कभी धीरे से मुस्कुराते हो,पहले कुछ सुनाते हो, ख...
कभी इस घर में भी हुआ करती थी उजालों भरी सुबह कभी इस घर में भी हुआ करती थी उजालों भरी सुबह
छीन लेना चाहता है पुनः सारी हसरतें और चंद मुस्कुराहटें। छीन लेना चाहता है पुनः सारी हसरतें और चंद मुस्कुराहटें।
तुझ संग ही है तुझ संग ही है कितनी दफा सांझ को मेरी मैंने तेरे ही तुझ संग ही है तुझ संग ही है कितनी दफा सांझ को मेरी मैंने तेरे ही