काम की बात
काम की बात
प्यारे बच्चों तुम्हें बताऊँ,
एक काम की बात।
इसको रखना होगा,
तुमको हरदम याद।
चाहे रहो स्कूल में,
या चाहे घर में।
ध्यान रखो कुछ बातें,
तुम अपने मन में।
कोई अजनबी हो या,
कोई जाना पहचाना।
रहकर सतर्क तुम,
खुद को बचाना।
लालच में टाॅफी के,
तुम कभी न आना।
अगर हो जाये ग़लती,
तो तुम न घबराना।
मम्मी-पापा से कह देना,
तुम अपनी बातें।
चाहे अच्छी हों,
या चाहे गंदी बातें।
अच्छे और बुरे,
स्पर्श को पहचानो।
कोई कितना ही डराये,
बात न मानो।
आ बैल मुझे मार
कभी न करना,
संघर्षरत रहना और
उसको सज़ा दिलाना।
उचित नहीं है गूंगापन,
जोर से चिल्लाओ।
दाँत काटकर तुम,
तेजी से दौड़ लगाओ।