जिया जा सकता है ऐसे भी
जिया जा सकता है ऐसे भी
रात हुई सो जाऊँ
इस समय जाग रही होगी
अमरीकी लड़की
कर रही होगी फुर्ती से काम
दौड़ा रही होगी घड़ी की सुई से भी तेज़ दिमाग
कंप्यूटर पर चला रही होगी उंगलियाँ
या फिर व्यस्त होगी
कुछ पकाने-खाने में
जब होगी रात अमेरिका में
सो जाएगी वो लड़की
तब जागूँगी मैं
करूँगी फटाफट काम
झटपट चलाऊँगी हाथ
सोचूँगी एक ही समय सौ बातें
करूँगी रसोई साफ़
जब वो होगी सपनों में
मैं करूँगी काम
और जब करती है काम वो
मैं देखती हूँ सपने
दुनिया भी बँटी है
दो हिस्सों में
बँटे हैं दिन और रात
अलग हैं हमारे सपने हमारे काम
पूरी दुनिया
क्यों नहीं बाँट लेती सपनों को
जैसे हम दोनों ने बाँटे हैं
दुनिया भी कर सकती है यही
क्यों किसी का सपना
किसी की आँख की किरकिरी बने
सब देखें अपने सपने
करें अपने काम
सीखें दो लड़कियों से
दुनियादारी।
