STORYMIRROR

Pooja Kalsariya

Others

3  

Pooja Kalsariya

Others

जिंदगी

जिंदगी

1 min
275

अब धुंआ धुंआ सी रहती है जिंदगी ,

मुझसे अब कुछ न कहते हैं जिंदगी !

कोहरा सा छा गया है जिंदगी में ,

सर्दियों की रात सी खामोश है जिंदगी !

पल-पल यादों का बसेरा है जिंदगी ,

हर दिन नया सवेरा है जिंदगी !

फूलो की पंखुड़ी , कांटों का ताज है जिंदगी ,

अजान सा एक राज है जिंदगी ,

चिगाॅंरो मे सुलगती आग है जिंदगी !

खुद में उलझा एक सवाल है जिंदगी ,

जवाब मिले तो कमाल है जिंदगी !!!


Rate this content
Log in