STORYMIRROR

Pawanesh Thakurathi

Others

2  

Pawanesh Thakurathi

Others

जिंदगी के खेल में

जिंदगी के खेल में

1 min
161

भरे हुए थे स्टेडियम में

दर्शक खचाखच

मार रहे थे बैट्समैन

छक्के भचाभच

हो रहा था मैच

दो टीमों में जोरदार

कभी बालर चटकाये विकेट तो

कभी बैट्समैन का होवे प्रहार


कहे पवन कविराय

लाइफ के स्टेडियम में

चाहे सुख के छक्के पड़ें 

या दुख के बाउंसर

मस्ती में सदा रहें हम

लगे ना खेल से डर।


Rate this content
Log in