जीवन सहज सुंदर सलोना
जीवन सहज सुंदर सलोना
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शाला का प्रथम दिवस
जिज्ञासा कौतूहल
थोड़ा सा भय
थोड़ी घर की याद
नये नये दोस्त
नये नये खेल
खेल खेल में सीखना
अपरिचय से परिचय
परिचय से बोध
बोध से तर्क
तर्क से विचार विमर्श
निष्कर्ष और समझ
जैसे बड़े बड़े शब्दों से परे
मस्ती और मौज
हँसना गाना रोना
जीवन सहज सुंदर सलोना