STORYMIRROR

झीनी सी वो साड़ी

झीनी सी वो साड़ी

1 min
26.3K


झीनी सी वो साड़ी

जर्जर सी हो गई

कितनी पुरानी

और मलिन लगती है

सूई और धागे से

सिल नहीं सकती

क्योंकि,  जर्जर हो गई है

झीनी सी ये साड़ी

क्या ढक पाऐगी मेरा तन

जो दर्शाती है

मेरी असहायता ,विवशता

दरिद्रता और गरीबी

जो अपना ही

अस्तित्व खो चुकी है

क्या ढक पाऐगी

मेरा तन ................

झीनी सी वो साड़ी !!!???

.................................

 


Rate this content
Log in