हत्यारे
हत्यारे
एक अख़बार में निविदा विज्ञापन,
दहेज़ के दानव के विनाश हेतु
चाहिए एक बाण,
ऐसी निविदा पढ़ने के बाद
दिल को हुआ आराम ।
वर्तमान परिदृश्य में
बहुएं जली /जलाई जा रहीं
ऐसे हत्यारों के कारण गावों के
कुएं की चरखियां ,घट्टीयों की आवाजें
ख़त्म होती जा रहीं,
बाजारों में फ्रेमों के और कब्र के पत्थरों के
दाम यकायक बढ़ते जा रहे ,
सूने घर और आँचल में छुपे बच्चे
छुपा- छाई का खेल खोते जा रहे,
रिश्तों में कड़वाहट /लालची युग का
विष घुलता जा रहा ,
लगने लगा जैसे दहेज़ के लालची
दानवों का दायरा बढ़ता जा रहा,
बढ़ते हुए दायरों को न रोक पाने का
कारण यह भी हो सकता है
कलयुग में बाण चलाना आता नहीं
या लोग डरपोक बन भागते जा रहे ।
निविदा की तिथियां बढ़ती जा रहीं
अब संशोधनों के साथ
दहेज़ के दानवों के विनाश हेतु
चाहिए अब तरकशों से भरे बाण,
इंतजार है ,कोई तो आएगा खरीदने ,
तभी ख़त्म हो सकेगी
दहेज़ के दानवों के
हत्यारों की विनाशलीला
और बेटियां होगी हर घरों में सुरक्षित ।