होली के रंग
होली के रंग
होली के रंग बड़े ही अच्छे लगते है
आदमी इसमें बड़े ही सच्चे लगते है
तन और मन का भेद मिट जाता है
ये तो मित्र बनानेवाले मेले लगते है
क्या धर्म होता, क्या सम्प्रदाय होता?
होली के रंग शगुन के अच्छे लगते है
होली के रंग बड़े ही अच्छे लगते है
बुराई पे जीत के पक्के वादे लगते है
कौन छोटा है और कौन यहां पे बड़ा है,
होली का रंग लगता यहां सबसे बड़ा है,
होली के रंग यहां स्वार्थ से परे लगते है
बाकी रंग आज स्वार्थ में अंधे लगते है
होली के रंग बड़े ही अच्छे लगते है
ये रंग भाईचारा बढ़ानेवाले लगते है
तू क़द्र कर होली के रंग की साखी,
ये तिरंगे को सजानेवाले हीरे लगते है