होली का कर्तव्य निभाना
होली का कर्तव्य निभाना
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रंग गुलाल गालन पर छाए,
टोली बाल गोपाल ले आए।
रार मच रही देखो भारी,
सरा रा रा भर मारी पिचकारी।
होली रंग अनोखा लाए,
गुजिया पापड़ सब मिल खाएं।
घर आंगन में उड़े गुलाल,
बूढ़े भी आज हुए जवान।
मन का मैल दूर भगाना,
गले मिल सबसे बैर भुलाना।
जिस घर का आंगन सूना हो,
गुजिया दें खुशियां फैलाना ।
बिसरी बातों को बिसराना,
होली का आनंद बढ़ाना।
