STORYMIRROR

भाऊराव महंत

Others

1  

भाऊराव महंत

Others

होली दोहा

होली दोहा

1 min
107

होली पर दोहा लिखूँ, और लिखूँ मैं गीत।

पढ़कर जिनको लोग सब, बन जाएँ बस मीत।।



Rate this content
Log in