हनुमंत
हनुमंत
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हनुमंत जगत के उजियारे!
दीन दुखियों के हितकारे!
ज्ञान के सागर पवन कुमार!
संकटों से पार लगाये!!
सकल काज सबका कीन्हा!
भये साधु संत के रखवारे!
भजन यत्नों के स्वामी!
लाय संजीवन लखन जीयाये!!
भर हुंकार लंका जलाये!
समुद्र पार कर सीत नमायें!
केसरी तेज़ प्रताप जगनंदन!
राम सीता का अभिनंदन!!
बुद्धि बल के है विधाता !
भये बजरंग दुष्ट संहारे!
मारुति नंदन जग संवारे!
मिलकर हम शीश नमायें!!