हमसफ़र
हमसफ़र




कुछ पल का
बनाया हमें
हमराह
कहा हमें हमसफ़र,
विश्वास दिलाया
जिंदगी नहीं संगदिल
इसमें हैं कई रंग
इसमें हैं कई बहारें
पर जब मिल गया तुम्हें
और हमसफ़र
तो झटक दिया तुमने
जैसे यादों पर जमी
धूल
भूल भी गए
की कहा था
अपना कभी..
कुछ पल का
बनाया हमें
हमराह
कहा हमें हमसफ़र,
विश्वास दिलाया
जिंदगी नहीं संगदिल
इसमें हैं कई रंग
इसमें हैं कई बहारें
पर जब मिल गया तुम्हें
और हमसफ़र
तो झटक दिया तुमने
जैसे यादों पर जमी
धूल
भूल भी गए
की कहा था
अपना कभी..