गज़ल
गज़ल
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दिल में मोहब्बत लब पर दुआ..
तेरे इश्क़ में हसीना हम मर मिटे,
तेरी बातें और बातों का नशा...
एकटक हम तुझे निहारते रह गये,
सुहानी शाम और झाँकता चन्द्रमा..
चाँद से तेरी तुलना करते रह गये,
आगोश की चाह,पर तेरा शरमाना..
हम तो बस मन मसोस कर रह गये,
तन की ख़ुशबू और मन की सुंदरता...
ख़ुदा की नक्काशी को देखते रह गये।