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Nirupama Naik

Children Stories

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Nirupama Naik

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एमरजेंसी

एमरजेंसी

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आज बहुत काम है ऑफिस में, मैं जल्दी निकल जाऊंगा।तुम बच्चों को स्कूल छोड़ देना प्लीज... ये कहकर पीयूष घर से निकल गया।

मीनल कुछ कहने ही वाली थी पर पीयूष को हड़बड़ी में देख उसने कुछ नहीं कहा। बच्चों को स्कूल पहुंचाकर वो वापस आगयी।

ट्राफिक जाम थी। पीयूष बहुत हड़बड़ाया से था। सिग्नल की लाल बत्ती कब हरी होगी बस इसी सोच में बार बार उसकी तरफ और अपनी घड़ी की तरफ देख रहा था। मन ही मन कह रहा था ये लाल बत्ती भी अजीब है इंसान वक़्त पे कहीं पहुंचना चाहे तो रोक देता है।

हाईवे से होते हुए वो एम्बुलेंस सहर की भीड़ में से निकल रही थी, ट्राफिक के बीच से गुज़रते हुए जैसे तैसे निकल रही थी। उस पर जलते लाल बत्ती से पता चलता था जैसे एमरजेंसी है। उस लाल बत्ती पर पीयूष की नज़र पड़ी। साईरन की आवाज़ से उसके दिल में घबराहट सी होने लगी।अपनी गाड़ी का शीशा नीचे करते हुए उसने दुआ मांगी इसमें जो भी है भगवान उसकी रक्षा करे। फ़िर वो अपने ऑफिस की तरफ निकल पड़ा....

वो शायद आज गुस्सा हो गयी होगी। घर जाकर माफ़ी मांग लूंगा।

कल से कुछ कहना चाह रही है पर में वक़्त नहीं दे पा रहा...घर पहुँचकर पहले उसकी बात सुन लूंगा। इतने में उसे कॉल आया। सामने से किसीने कहा -आपके घर मे आग लगी है। जल्दी पहुँच जाए।

उसके पाँव तले ज़मीन खिसक गई मानो।

ये सुनते ही वो तुरंत निकल पड़ा वहाँ उसने देखा फायर फाइटर का एक वैन उसके घरके सामने खड़ा है।

उसपर लालबत्ती जल रही थी, वो पागलों की तरह इधर उधर ढूंढते हुए सब से पूछ रहा था अंदर मीनल है क्या?

तभी जयेश,उसका पड़ोसी बोला- मीनल भाभी हॉस्पिटल में हैं। आपके जाने के बाद भाभी बच्चों को साथ लेकर निकली थीं। वापस आकर अंदर गयी । चौकीदार ने भी देखा था भाभी तो घर के अंदर जाते हुए। थोड़ी ही देर बाद आवाज़ आयी चिल्लाने की और भीड़ जम गई। यहां आकर पता चला के ये सब हुआ है।

पीयूष को कुछ समझ नहीं आ रहा था, जयेश ने उसे कहा "घबराओ मत चलो हम हॉस्पिटल चलते हैं।" कॉलोनी के कुछ लोग गए हैं। वहां पहुंचकर उसने मीनल के बारे में पूछा तो किसीने बताया चोट बहुत आयी है अंदर डॉक्टर पति की प्रतीक्षा कर रहे है। आप फौरन अंदर जायें।

डॉक्टर से पता चला मीनल के शरीर का कुछ हिस्सा बहुत जल चुका था, आपरेशन करना ज़रूरी है। उसने वक़्त ज़ाया नहीं किया और हाँ कह दिया। आपरेशन थिएटर के बाहर वो इंतेज़ार कर रहा था... उसकी नज़र उस लाल बत्ती पर पड़ी मानो आज लालबत्ती ने उसके चारों तरफ अंधेरा कर दिया था।

कुछ देर बाद वो बत्ती हरी होगयी ।।।डॉक्टर ने कहा-ऑपरेशन सफल रहा, रिकवर करने में वक़्त लगेगा, मरीज़ के आँखों को लाल बत्ती और उसकी रोशनी से दूर रखें।


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