ए जिंदगी अब तो हमें
ए जिंदगी अब तो हमें
ए जिंदगी अब तो हमें गले से लगा ले,
कभी तो जिंदगी में बहार बनके छा ले।
हमने भी तेरे हर इक गम को झेला है,
कुछ पल को ही सही तू भी हमें चाह ले।
छोटा सा ख्वाब नींद से मैंने चुराया है,
पलकों में भर के दुनिया से छुपाया है।
कुछ पल जिंदगी, हमने,सुकूं के चाहे है,
तू भी तो दोस्ती का,एक हाथ बढ़ा ले।
दो बूंदों ने दिल का सारा हाल कह दिया,
दर्दे - जिगर को मेरे सरे आम कर दिया।
बूंदों में भरकर गम को,आँखों में छुपा ले,
वक्त के उजाले से तू,खुशी के पल चुरा ले।
एक साया था जो,मेरे दिल में समाया था,
थोड़ा पास था दिल के,थोड़ा दूर पाया था।
जमाने से छुपा के उसे,अपने दिल में रख ले,
यादों को कुछ तू भी,अपने दिल में बसा ले।
सूरज की गर्मी में, कुछ शाम की नरमी से,
कुछ गमों की धूप में, कुछ हँसी की छाँव में ।
प्यार के कुछ पल तो, तू उम्र से चुरा ले,
प्यार के कुछ नग़मे तो, फिर से तू गुनगुना ले।