दर्द का मज़ा!
दर्द का मज़ा!
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जो मज़ा दर्द में है,
वो ख़ुशियों में कहाँ?
ख़ुशियाँ तो फिर भी,
कुछ पल की होती हैं।
पर दर्द तो ज़िंदगी
भर रह जाता है।
जो न सह पाओ तो,
बिखरना मत।
ख़ुशियों का दामन,
छोड़ना मत।
जीवन है चलता रहेगा।
ग़म से ख़ुशी,ख़ुशी से ग़म,
बदलता रहेगा।
